Monday, September 25, 2006

कोई ताज़ा हवा चली है अभी-------

रायपुर25सितम्बर(ईं छत्तीसगढ़)
दोस्तों, इंटरनेट पर हिन्दी में काम कर रहे और हिन्दी को विश्वव्यापी बनाने की कोशिश में लगे साथियों के लिए फिर एक अच्छी खबर है।
हमारे प्रदेश में तेजी से प्रतिष्ठित हो रहे हिन्दी दैनिक छत्तीसगढ़ (www.dailychhattisgarh.com) के नेट पर आने के बाद अब इसी समूह यानि मिशन मीडिया प्राईवेट लिमिटेड द्वारा शीघ्र ही एक साप्ताहिक पत्रिका का प्रकाशन किया जा रहा है। वरिष्ठ पत्रकार/संपादक सुनील कुमार(chhattisgarh@gmail.com) के नेतृत्व एंव मार्ग दर्शन में जल्द ही इतवारी अखबार(www.itwariakhbar.com) नामक पत्रिका का प्रिंट संस्करण लोकार्पित होने वाला है। खुशी की बात है कि यह हिन्दी पत्रिका नेट पर भी उपलब्ध होगी।
अगर आप नेट पर डेली छत्तीसगढ़ को अब तक नहीं देख पाए है तो और देरी मत कीजिए। यहां आपको समाचार, विचार, सूचना वगैरह के साथ कई ऐसी चीज़े मिल सकती है जो संभवतः आपके काम की हों।
बहरहाल इस अखबार के साथ साथ आप हिन्दी में बहुत सी सामाग्री साप्ताहिक पत्रिका में पा सकते है। इतवारी अखबार का पता ठिकाना नोट करके भ्रमण पर आएं और संपादक जी को अखबार और पत्रिका दोनों के बारे में अपनी प्रतिक्रिया से अवगत कराएं आपके विचार एवं सुझाव हिन्दी भाषा के क्षेत्र में काम करने और उसके विकास की दिशा में बढ़ाने में सहभागी होंगे ऐसा विश्वास हैं।

3 comments:

Anonymous said...

अखबार वाले बधाई के पात्र हैं, परतुं संजाल अगर युनिकोड अक्षरों का प्रयोग कर बनाया जाता तो कहीं अधिक उपयोगी सिद्ध होता. अभी तो पी डी एफ में ही पढ़ें.

रवि रतलामी said...

सुनील कुमार को मेरी भी बधाईयाँ. मैं उन्हें बीस बरस पहले से जानता हूँ जब वे देशबन्धु में रायपुरिया (या कोई और नाम से?)स्तम्भ लिखते थे और क्या बढ़िया लिखते थे.

उनकी भाषा शैली, अंदाज सबकुछ निराला था और वे थे भी अपने पेशे के प्रति कटिबद्ध!

Anonymous said...

इतवारी पढ़ कर मज़ा नहीं आया. अधिकांश खबरें न केवल बासी हैं, बल्की पुरानी भी हैं. सल्फी वाली खबर जगदलपुर के हेमंत कश्यप 50 बार छाप चुके हैं. शांता जी से बातचीत अभी हाल ही में हरिभूमि में आधे पन्ने में छपी है. मुंगेली वाली खबर तो देशबन्धु वाले हर साल छापते हैं. अगर ऐसी ही पत्रिका निकालनी थी, तो क्षमा करें. सुनील कुमार से तो किसी और तेवर की उम्मीद थी.