Saturday, November 25, 2006

खेतों से उठी आग

ई छत्तीसगढ़ की खबर पर व्यापक प्रतिक्रिया,
ज़िया कुरैशी
रायपुर25,नवम्बर(ई छत्तीसगढ़)
ज़हर की खेती की खबर के साथ ही छत्तीसगढ़ में अमरीकी बहुराष्ट्रीय कंपनी मोनसेंटो उर्फ म्हाईको के खिलाफ अत्यंत तीखी और व्यापक प्रतिक्रिएं सामने आई है और य़ह मसला अब आंदोलन की शक्ल ले रहा है।

16 नवम्बर के ई. छत्तीसगढ़ पर यह खबर आने के बाद राज्य के एक गंभीर एवं विश्वसनीय दैनिक ‘छत्तीसगढ़’ ने इस खबर को अपने 23 नवम्बर 06 के संस्करण में प्रथम पेज पर प्रमुखता से प्रकाशित किया है साथ ही राज्य से प्रकाशित होने वाले सभी दैनिक अखबारों ने काफी गंभीरता से इस मामले को उठाया है।

साथ ही कुछ राष्ट्रीय एवम क्षेत्रीय टीवी चैनल इस पर काम करना शुरु कर चुके है। राज्य की खेती –किसानी से जुड़े लोग, कृषि वैज्ञानिक, और किसान हितों की पैरवी करने वाली कई संस्थाएं इस विषय पर खुलकर सामने आ रही है।

ई छत्तीसगढ़ को मिली जानकारी के अनुसार अमरीकी बहुराष्ट्रीय कंपनी के खिलाफ शीघ्र ही एक जनआंदोलन खड़ा करने की तैयारी की जा रही है, जल्दी ही इस मामले से जुड़े कई और तथ्य तथा विचार सामने आएगें इसकी उम्मीद की जा रही है। इसी बीच छत्तीसगढ़ की सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए है।

रायपुर शहर के पास जिस स्थान पर धान की विवादास्पद बीटी किस्म का फील्ड़ ट्रायल किया जा रहा था, उसका निरीक्षण करने शासन के अधिकारी, वैज्ञानिकों के दल के साथ राज्य के कृषि मंत्री ननकी राम कंवर पहुचे और सरकारी आदेश के बाद खेत में आग लगा दी गई। यह भी पता चला है की कुछ सब्जियों की उपज में भी ऐसा ही विवादास्पद अनुसंधान किया जा रहा है।

इस मामले के जानकार समूहो में अमरीकी कंपनी के खिलाफ आक्रोश भड़का हुआ है। इनमें से कुछ लोगो का कहना है कि खेत में आग लगाने भर से जैव संपदा पर हमले के जख्म नही भरे जा सकते है।